Wednesday, 16 December 2015

The five orange pips (part-7)

सारा दिन मैं कारोबारी काम में लगा रहा, और देर शाम मैं बेकर स्ट्रीट लौटा| शरलॉक होम्स अभी वापस नहीं आया था| लगभग दस बजने को थे, जब उसने प्रवेश किया| उसका चेहरा जर्द और शरीर थका हुआ था| वह मेज तक पहुंचा और पाव का टुकड़ा तौड़ा| वह उस टुकड़े को जल्दी-जल्दी खा गया और ढेर सा पानी पी गया|

"तुम भूखे हो?" मैंने टिप्पणी की|

"मरा जा रहा हूं| मुझे याद ही नहीं रहा था कि मैंने नाश्ते के बाद कुछ नहीं खाया"

"कुछ भी नहीं|"

"एक टुकड़ा भी नहीं|" उसने बताया- "मेरे पास इसके बारे में सोचना का वक्त नहीं था|"

"तुम सुनाओ तुम्हारी सफलता कैसी रही, मेरा मतलब है तुम अपने काम में कामयाब हुए|"

"बहुत बढ़िया|"

"तुम्हारे हाथ कोई सबूत मिला, जो इस केस को अच्छी प्रकार समझने में मदद करे|"

"वह मेरे हाथ में हैं| नौजवान ओपेनशॉ बिना बदले के लम्बे समय तक नहीं रहेगा| क्यों वाटसन, हमें उनका शैतानी निशान उन्ही पर लगा देना चाहिए| यह अच्छी तरह सोच लिया गया है|"

"क्या मतलब है तुम्हारा?"

उसने आलमारी से एक संतरा निकला और उसकी फांक करी, फिर उन्हें निचोड़कर मेज पर उसके बीज निकल लिए| उनमें से उसने पांच बीज उठाए, और उन्हें एक लिफाफे में डाला|

इसके अन्दर के हिस्से पर उसने लिखा,'जे.के. के लिए एस.एच.|' फिर उसने उसे बंद किया और उस पर पता लिखा-"कप्तान जेम्स कैलहून, लोन स्टार, सवाना, जार्जिया|"
"जिस वक्त वह बंदरगाह पर प्रवेश करेगा, यह उसकी प्रतीक्षा कर रहा होगा|" उसने हंसकर कहा- "यह उसकी नींद हरम कर देगा| यह उसे अपने आगामी दुर्भाग्य के विषय में बताएगा| जिस तरह उसकी प्रतीक्षा कर रहा होगा|"

कप्तान कैलहून के विषय में क्या जानते हो, आखिर यह आदमी कौन हो सकता है?"

"गिरोह का सरगना यही है|" उसने बताया- "मैं बाकी लोगों को भी थामुंगा मगर पहले उसे|"

"तुम्हें इसका पता कैसे चला?"

उसने अपनी जेब से एक लम्बा आगाज निकला| यहाँ नाम और तारीखों से पूरा भरा हुआ था|
"मैंने पूरा दिन" वह बोला- "लायड के रजिस्टर और पुराणी फाइलें देखने में खर्च किया है, और साथ भी यह भी कि 83 में कौन सा जहाज जनवरी और फ़रवरी में पांडिचेरी से गुजरा था? उन महीनों में छत्तेस जहाज निकले थे| इनमें से एक लोन स्टार ने मेरा ध्यान तुरंत अपनी और आकर्षित किया, क्योंकि यह लन्दन से छूटना बाते गया था, लेकिन इसके नाम में संघीय प्रान्तों में से एक प्रान्त का नाम था|"

"शायद टेक्सास|"

"मैं निश्चित नहीं था और न हूं कि कौन-सा, किन्तु मैं जानता था कि जहाज अमरीका से चला होगा|"

"फिर?"

"मैंने डूंडी अभिलेख खोजे और जब पाया कि जनवरी सन 1885 मं लोन स्टार वहां था, मेरा शक निश्चित हो गया| उसके बाद मैंने लन्दन बन्दरगाह में इस समय उपस्थित जहाज के बारे में पूछा|"

"हां पूछा-|"

"लोन स्टार यहां पिछले सप्ताह पहुंचा था| मैं अलबर्ट बंदरगाह पहुंचा और पाया कि वह आज सुबह छूट चूका था| वह सवाना जा रहा था| मैंने गैवसैंड को तार भेजकर पता किया, थोडा समय पहले ही गुजरा था, और हवा चूंकि पूर्वी है इसलिए निस्संदेह यह गुडविन्स पार गया होगा, और वेट द्वीप से ज्यादा दूर नहीं होगा|"

"फिर तुम क्या करोगे?"
"वह मेरे हाथों में हैं| जैसा मुझे पता चला है कि वह और उसके दो साथी जहाज पर ऐसे हैं जो अमरीकी मूल के हैं| दूसरे व्यक्ति जर्मनी और फिनलैंड के हैं|
मैं इस बात को भी जनता हूं कि पिछली रात वह तीनों जहाज से बाहर थे| यह बात मुझे जहाज पर माल लादने वालों से पता चली| जब तक उनका जहाज सवाना पहुंचेगा, डाक वाली नाव यह पत्र पहुंचा चुकी होगी, और तार ने सवाना पुलिस को सूचित कर दिया होगा कि यह आदमी हत्या के मामले में यहां बुरी तरह वांछित है|
इंसानों द्वारा बनाई गई योजना में हमेशा कोई न कोई दोष निकल आता है| जॉन ओपेनशॉ के हत्यारों को संतरे के बीज कभी नहीं मिलने थे, जो उन्हें यह दिखाते कि उन्ही की प्रकार और दृढप्रतिज्ञ एक अन्य उनके मार्ग पर है|"
उस साल हवा बहुत तूफानी थी| हमने लम्बे समय तक सवाना के लोन स्टार की समाचार की प्रतीक्षा की, लेकिन यह हम तक कभी नहीं पहुंचा| अंत में हमने सुना कि अटलांटिक में दूर कहीं एक टूटी हुई नाव लहरों के बीच डूबती-उतराती देखी गई, जिस पर 'एल.एस.' अक्षर अंकित हुए थे और यही कुछ लोन स्टार की नियति थी, जिसके बारे में हम कभी जान पाएंगे|
THE END....?

4 comments:

  1. its a nice effort,and a true gift for sherlock homes fans.....but why one has to come backward for next page it disturbs the concentration.

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  2. Bhai Jan..... Aur kahanian kiyou nahi aa rahi.....??????

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  3. L.S. niota diya ab kuch or bhi batao..

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  4. L.S.to nipat gya ab kuch nyi stories bhi share karo

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