Tuesday, 15 December 2015

The five orange pips (part-6)

"ओपनशॉ के पास जो कागज़ थे, वे स्पष्टतः जहाज के व्यक्ति व अन्य लोगों के लिए जरूरी हैं| मेरा ख्याल है वो लोग एक से ज्यादा होने चाहिए| एक अकेला आदमी निर्णायक मंडल को धोखा देने वाले ढंग से दो मौत नहीं ला सकता था| इसमें कई आदमी रहे होंगे और वह संशाधन व निश्चय से भरपूर होंगे| उनके कागज जिस किसी के भी पास हैं, वे उसे पकड़ेंगे| इस ढंग से तुम उसे देखो कि के...के...के किसी आदमी के नाम के पहले अक्षर नहीं बल्कि एक समिति का बिल्ला है|"

"लेकिन कौन सी समिति का?"

"क्या तुमने कभी कू क्लक्स क्लैन के बारे में नहीं सुना?" होम्स ने धीमे स्वर में पूछा|

होम्स ने अपने घुटनों पर रखी किताब के पन्ने उलटे- "यह यहां है," वह कहने लगा- "कू क्लक्स क्लैन| यह खतरनाक समिति युद्ध के बाद दक्षिण राज्य के पूर्व योद्धाओं द्वारा बने गई थी और देश के विभिन्न भागों में शीघ्र ही इसकी स्थानीय शाखाएं बन गईं|

खासकर टेनेसी, लुईसियाना, कैरोलिना, जार्जिया और फ्लोरिडा में| इसकी ताकत राजनितिक उद्देश्यों खासकर काले मतदाताओं को भयाक्रांत करने और इसके विरोधी विचार वालों की हत्या करने अथवा उन्हें देश से बाहर निकलने में प्रयोग की जाती थी| हिंसा से पहले चिन्हित व्यक्ति को एक कल्पनाशील लेकिन जानी-पहचानी आकृति द्वारा चेतावनी दी जाती थी- कुछ हिस्सों में ओक के पत्तियों की टहनी तो अन्य में खरबूजे या संतरे के बीज| यह मिलने पर शिकार अपने पहले ढंग खुले रूप में त्याग सकता था या देश छोड़कर भाग जाता था|

अगर उसने वीरता दिखाई तो उसकी मृत्यु निश्चित थी, और वह भी आम तौर पर साधारण ढंग से| समिति का संगठन इतना सम्पूर्ण था और तरीके इतने व्यवस्थित थे कि शायद ही ऐसा कोई मामला दर्ज हो, जिसमें किसी आदमी ने वीरता दिखाई हो और दंड से बच गया हो या उसकी हिंसा का ताल्लुक उनसे जोड़ा जा सके|
अमेरिकी सरकार व दक्षिणी समाज के उच्च वर्ग के प्रयासों के बाद भी कुछ सालों तक संगठन फलता-फूलता रहा| सन 1869 में आन्दोलन अचानक ख़त्म हो गया| तभी से ही इस तरह के कार्य यत्र-तत्र होते रहे हैं|" 
शरलॉक होम्स ने बताया|
"तुम देखोगे|" होम्स ने संस्करण रखते हुए कहा- "समिति के अचानक टूटने और ओपनशॉ के अमेरिका से उनके कागजों सहित गुम होने में संयोग था| इसके कारन व प्रभाव रहे होंगे| इसमें कोई हैरानी की बात नहीं कि उसे व उसके परिवार को रास्ते में कुछ शांत आत्माएं मिली होंगी| तुम समझ सकते हो कि इस पुस्तिका और डायरी में दक्षिण के किसी प्रथम व्यक्ति का नाम हो सकता है|
इसके बावजूद ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें जब तक यह न मिल जाए वह रात को चैन से नहीं सो पाते होंगे|

फिर जो पन्ने हमने देखे-
वही हैं वो जैसी हम उम्मीद कर सकते हैं| अगर मुझे ठीक से याद है तो इसमें लिखा था, अ...ब...स को बीज भेजे- इसका मतलब उन्हें समिति की चेतावनी दी गई|
फिर क्रमशः लिखा है कि अ और ब हट गए या देश छोड़ दिया और किस से मिलने गए थे| मुझे दर है कि स के साथ परिणाम बुरा हुआ| मैं सोच रहा हूं डॉक्टर कि हम इस अंधेरे स्थान पर थोडा प्रकाश डाल सकते हैं| मेरा यकीन है कि युवा ओपेनशॉ के पास इस दौरान उतना ही अवसर है कि वह वैसा ही करे जैसा मैंने बताया है|
आज रात इससे ज्यादा कुछ और कहा या करा नहीं जा सकता, इसलिए मुझे मेरी वायलिन पकडाओ और आधे घंटे के लिए हमें खराब मौसम और हमारे आदमियों के ख़राब तरीके के बारे में भूल जाना चाहिए, यही बेहतर होगा|"


सुबह सवेरे का मौसम साफ़ हो चुका था| सूरज एक हलकी-सी आभा लिए बड़े शहरों पर टंगे धुंधले पर्दे के बीच चमक रहा था| जिस वक्त मैं नीचे आया शरलॉक होम्स पहले ही नाश्ता कर रहा था|
"तुम मुझे माफ़ी दोगे कि मैंने तुम्हारी प्रतीक्षा नहीं की|" वह बोला, "मैं देखता हूं कि आज मेरे सामने अधिक व्यस्त दिन है और मुझे युवा ओपेनशॉ का केस देखना है|"
"तुम क्या कदम उठाओगे?" मैंने पूछा|
"यह बात ज्यादातर मेरी पहली पूछताछ पर निर्भर करेगी| मुझे आखिरकार हाशमि जाना पड़ सकता है|"
"तुम पहले वहां नहीं जाओगे?"
"नहीं, मैं शहर से शुरुआत करूंगा| घंटी बजाओ और सेविका तुम्हारी कॉफी ला देगी|"
इन्तजार करते हुए मैंने मेज पर से अनखुला अखबार उठाया और इस पर अपनी दृष्टि डाली| यह एक शीर्षक पर ठहर गई, जिसने मेरे दिल को एक ही जगह जमा दिया|
"होम्स," मैं चिल्लाया, "तुम्हें बहुत देर हो गयी|"
"उफ़!" अपना कप रखते हुए वह बोला- "मुझे इसी बात का डर था, यह कैसे हुआ?" वह शांतिपूर्वक पूछ रहा था, लेकिन मैं देख रहा था कि वह गहन रूप से उद्वेलित था|"
मेरी दृष्टि ओपेनशॉ के नाम तथा 'वाटरलू पुल के पास हादसा' शीर्षक पर पड़ी| और यह विवरण- गत रात्रि नो और दस के बीच एच. प्रभाग का पुलिस सिपाही कुक जो वाटरलू पुल के समीप गस्त पर था, ने सहायता के लिए चीख और पानी में छपाका सुना|
रात का अन्धकार बढ़ता ही जा रहा था, और तूफ़ान भी बहुत तेज था| इसलिए बहुत से राहगीरों की सहायता के बावजूद बचाव का प्रयास मुमकिन नहीं था| फिर भी चेतावनी दे दी गई थी और जलीय पुलिस की सहायता से आखिरकार शव मिल गया था| यह एक जवान व्यक्ति का शव था, जिसका नाम उसके जेब से मिले लिफ़ाफ़े के मुताबिक जॉन ओपेनशॉ था तथा उसका निवास हाशमि के समीप है|
ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह वाटरलू स्टेशन से आखिरी ट्रेन पकड़ने की जल्दी में था और अपनी नाव रुकने के छोटे-से किनारे पर जा पहुंचा| शव पर कोई मारपीट के जख्म नहीं हैं और कोई शक नहीं कि मृतक एक दुर्घटना का शिकार हुआ है|

"कुछ पलों तक हम लोग खामोश बैठे रहे| होम्स बहुत अवसादग्रस्त और हिला हुआ था| मैंने उसे पहले ऐसे नहीं देखा था|
"इससे तो मेरा अभिमान आहत हुआ है वाटसन!" उसने ख़ामोशी को तोडा- "यह निस्संदेह बुरी बात है मगर इससे मेरी खुद्दारी को ठेस पहुंची है| अब यह मेरा व्यक्तिगत मामला बन गया है और अगर भगवान् मुझे ताकत दे, मैं इस गिरोह पर हाथ डालूंगा|"
"वह मेरे पास मदद के लिए आया और मैंने उसे मृत्यु की तरफ भेज दिया|" वह अपनी कुर्सी से उछला और बेचैनी से कमरे में टहलने लगा| उसके गालों पर लालिमा थी और वह घबराहट में अपने लम्बे पतले हाथों को कभी एक दुसरे से पकड़ता कभी छोड़ता|
"वह चालक शैतान है|" आखिरकार वह चिल्लाया| "उन्होंने वहां कैसे उसे फांस लिया? किनारा स्टेशन के सीधे रस्ते में नहीं है| पुल पर भी निस्संदेह ऐसी रात में भी भारी भीड़ थी जो उनके उद्देश्य में बाधा थी| अच्छा, वाटसन, देखते हैं अंत में कौन जीतता है| अब जरा मैं बाहर जा रहा हूँ|"
"पुलिस के पास?"
"नहीं, मैं खुद अपनी पुलिस बन जाता हूं| जब मैं जाल बुन चुकूँगा, वह मक्खियां पकड़ सकते हैं पर पहले नहीं|"
To be continued...

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